यह एक ऐसे कहानी ह जो एक दोस्त किसी की याद में लिखा है | आज मैं उसके भावनाओं को बताना चाहता हूँ \ satrt------ यह कैसी उम्र में आकर मिली हो तुम बहुत जी चाहता है फिर से बोउ अपनी आंखे। तुम्हारे ढेर से चेहरे उगाऊं। और बुलाऊँ बारिशों को। बहुत जी है की फुरसत हो तसब्बूर हो। मगर जाना एक ऐसी उम्र में आकर मिली हो तुम। किसी के हिसे की मिटटी हिलती। ...